30 मार्च 2017

फिर हुई मानवता शर्मसार आरा सदर अस्पताल में नहीं मिला स्ट्रेचर

पटना Live डेस्क। बिहार के आरा सदर अस्पताल में एक ऐसी घटना घटी है जो व्यवस्था के मुँह पर जोरदार
तमाचा तो है ही साथ ही सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था का सच भी उजागर करती है।आरा सदर अस्पताल में बुधवार को मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना हुई।इस घटना में एक महिला मरीज को ओपीडी से मेडिकल वार्ड तक घसीटते हुए ले जाया गया। इससे महिला मरीज बुरी तरह जख्मी हो गयी। इसे देख अस्पताल में मौजूद लोग सन्न रह गये।
                           महिला मरीज पहले से ही मानसिक रूप से कमजोर बतायी जा रही है। बाद में अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा उसे कोईलवर स्थित मानसिक आरोग्यशाला रेफर कर दिया गया। जिले के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सरैयां गांव निवासी अनिल साह की पत्नी शकुंतला देवी का पिछले चार दिनों से सदर अस्पताल के ओपीडी में इलाज चल रहा था। बुधवार को वह भाग कर सदर अस्पताल के मेडिकल वार्ड पहुंच गयी। इस दौरान उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी और जमीन पर ही गिर पड़ी। पत्नी की बिगड़ती हालत देख अनिल उसे ओपीडी ले जाने खातिर स्ट्रेचर की तलाश करने लगा,पर काफी प्रयास के बाद भी जब स्ट्रेचर नहीं मिला तो दो लोगों की मदद से घसीटते हुए शकुंतला को ओपीडी तक ले जाया गया।
                         इस दौरान अस्पताल में मौजूद आम लोग और अस्पताल कर्मी इस अमानवीय घटना को  मूकदर्शक बन देखते रहे,पर किसी ने न तो मदद की और नाही किसी कर्मी ने स्ट्रेचर उपलब्ध कराने में मदद  की। इस संबंध में सिविल सर्जन रासबिहारी सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह घटना शर्मनाक है। पूरे मामले की जांच करायी जायेगी। दोषी पाये जाने पर संबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
                     वही अपनी पत्नी को मजबूरन घसीटते हुए अस्पताल के ओपीडी तक ले जाने वाले रिक्शा चालक पति अनिल साह ने हताशा नज़रों और भर्राए गले से बताया कि उसकी पत्नी मिर्गी की मरीज थी।  करीब चार माह पहले सदर अस्पताल में उसका इलाज हुआ था। दवा खाने के बाद उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गयी। उसे चार दिन पहले फिर से सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुधवार को उसे इंजेक्शन दिलाने के लिए मेडिकल वार्ड ले जाया गया था। हालांकि इंजेक्शन भी नहीं दिया गया। उल्टे घसीटकर ले जाना पड़ा।

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