पटना Live डेस्क। ओडिशा में रायगढ़ा के पास हीराकुंड एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। गाड़ी के इंजन समेत 7 बोगियां, उतर गई हैं। जानकारी के मुताबिक घटना स्थल से 36 शव निकाले गए हैं। इस घटना में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। बताया गया कि हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा रायगढ़ा से 35 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के विजयनगरम स्थित कुनेरी स्टेशन के पास हुआ। जानकारी के अनुसार हीराखंड एक्सप्रेस जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही थी। बताया गया कि घटना स्थल माओवाद ग्रसित है।
इस ट्रेन हादसे ने बिहार के बेगूसराय जिले के एक ही परिवार के 8 लोगों की जान चली गई। वहीं जिले के 7 लोग गंभीर रुप से घायल है। हादसे के शिकार सभी 15 व्यक्ति जिले के खोदावंदपुर प्रखंड के मिर्जापुर गांव के निवासी थे। इस घटना की सूचना मिलने के बाद से गांव में कोहराम मचा है। बताया जा रहा कि जो 7 व्यक्ति घायल हुए है उनकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है और वे भी जीवन-मौत के बीच झूल रहे हैं।
इस त्रसाद हादसे में गाँव के एक ही परिवार के 8 लोगो की मौत के बाबत स्थानीय सरपंच रानी कुमारी वर्मा के पति तरुण कुमार रौशन ने बताया कि जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही हीराखंड एक्सप्रेस कुनेरू स्टेशन पर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। हादसे में मारे गये 8 व्यक्ति मिर्जापुर गांव के एक ही महादलित परिवार के थे। मृतकों में स्व. जगदीश धामी की 70 वर्षीया पत्नी कुलिया देवी, कारी धामी के 30 वर्षीय बेटे विश्वनाथ धामी, विश्वनाथ धामी की 26 वर्षीया पत्नी करीना देवी, मदन धामी की 25 वर्षीया पत्नी रंजनिया देवी, कारी धामी का 12 वर्षीय पुत्र कृष्णा कुमार, ललन धामी का 15 वर्षीय पुत्र शाही कुमार, कारी धामी की 8 वर्षीया बेटी तिलकी कुमारी एवं मदन धामी की एक वर्षीया पुत्री छन्ना कुमारी शामिल हैं।
वहीं घायलों में ललन धामी का 20 वर्षीय बेटे छोटे कुमार व 30 वर्षीय पुत्र राजेश धामी, राजेश धामी की 26 वर्षीया पत्नी तारा देवी, राजेश धामी की 4 वर्षीया बेटी मुस्कान कुमारी, 2 वर्षीय पुत्र बिस्कान एवं एक माह का नवजात पुत्र मुन्ना तथा 25 वर्षीय मदन धामी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि वे सभी लोग एक माह पहले ही काम की तलाश में अपने घर से आंध्रप्रदेश गये थे। काम खोजने के सिलसिले में वे लोग अपने बाल-बच्चों के साथ दूसरी जगह ट्रेन से जा रहे थे। उन्हें हादसे की सूचना मृतकों के परिवार के ही ढोढ़िया धामी ने दी।
एक ही परिवार के कई लोगों की मौत की खबर की सूचना मिलते ही मिर्जापुर गांव में सन्नाटा छा गया। सभी लोग मृतकों के घर की तरफ दौड़ पड़े। लेकिन घर में ताला लगा देख ग्रामीणों की अकुलाहट बढ़ती गयी। मातमी सन्नाटा के बीच सभी लोग मोबाइल लगाकर खबर की विस्तृत जानकारी लेने के प्रयास में जुट गये। बाड़ा पंचायत के वार्ड नबरं 8 में मातमी सन्नाटा पसर गया। ग्रामीण इस मनहुस घड़ी को कोसने लगे। पड़ोसियों में चीख-पुकार मच गई। लोग विधाता को भी कोसने से बाज नहीं आ रहे थे। शनिवार की रात में हुआ भयानक रेल हादसा मिर्जापुर गांव के लिए काल रात्रि साबित हुई। गरीब महादलित एक ही परिवार के 8 लोगों की दर्दनाक मौत एवं सात लोगों की जीवन-मृत्यु से जूझने की मिली सूचना से पूरे गांव की नींद उड़ गई है। कोई यह कह रहा कि उनकी लाश कैसे लायी जाएगी, तो कोई यह कह रहा है कि काल रात्रि ने आठ लोगों को लील लिया।
22 जनवरी 2017
हीराखंड एक्सप्रेस हादसे में बिहार के एक परिवार के 8 लोगो की मौत, 5 लोग गंभीर रूप से जख्मी
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