पटना Live डेस्क। सूबे में सुशासन की सरकार है। महिला शशक्तिकरण और महिलाओ के मान सम्मान के दावो के बीच नीतीश कुमार लगातार तीसरी बार सूबे में सत्तासीन हुए है। लेकिन महिलाओ की बेकद्री और महिलाओं पर दबंगों का जुल्मों सितम नए मुकाम पा रहा है। दूर और सुदूर जिलो की क्या बात की जाय सरकार के नाक नीचे यानी पटना जिले में एक दलित महिला का सर मुड़वाकर उसका जुलुस निकाला गया और पुलिस 11 दिन के बाद नींद से जगती है।
बता कही सुदूर जिले की नहीं बल्कि बिहार की राजधानी पटना के फतुहा थाना क्षेत्र के मछरियावां गांव की है। जहां विगत 22 फरवरी को एक दलित महिला सोनी देवी और पड़ोस के उसके रिश्ते के देवर शैलेंद्र राम को अवैध सम्बन्ध के आरोप में उसी के समुदाय के दबंगों द्वारा दोनों को बाल मुड़वाकर पूरे गांव में जुलुस की शक्ल में घुमाया। साथ ही जुलुस के दौरान साथ चल रही महिलाओं ने जम कर लानत मलानत करते हुते मुह पर कालिख पोत दी। पीड़िता अपने मासूम बच्चे को गोद में लिए लगातार अपने बेगुनाही की दुहाई देती रही पर कोई सुनने को तैयार नहीं था,सभी उसके प्रताड़ित होने का लुफ्त उठा रहे थे ,तो कोई उस पर छीटाकशी कर अपनी भड़ास निकाल रहा था।
सरेआम प्रताड़ना और सर मुड़ाकर पुरे गाँव में जुलुस निकाले जाने की घटना के दूसरे ही दिन पीड़ित महिला ने लोकलाज और अपने ही समाज के ही दबंगों के डर से अपने नौनिहाल को सीने से दुबकाये गांव छोड़ कर चली गयी। हैरत की बात यह है कि सरे आम एक महिला का जुलुस निकाला गया और स्थानीय पुलिस को इस बात की भनक तक न लगी। किसी तरह जब कई दिनों बाद जब पुलिस को इस बात की भनक लगी। फिर जब मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो पुलिस ने 11 दिन बाद उस पीड़ित महिला और उसके प्रेमी को खोज निकाला।
प्रताड़ित महिला के लिखित आवेदन के आलोक में पुलिस ने 5 को नामजद अभियुक्त बनाते हुए मामला दर्ज कर लिया है। नामज़द 5 लोगो में 2 पुरुष समेत 3 महिलाएं शामिल है। नामजद में से दो अभियुक्तों जगेश्वर दास और राजदेव दास को गिरफ्तार कर लिया। बाकी तीन महिलाओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
6 मार्च 2017
सुशासन के नाक के नीचे दलित महिला का सर मुड़वाकर निकाला पुरे गाँव में जुलुस
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें