पटना Live डेस्क। तारीख़े गवाह है कि दुनिया उनको ही सम्मान देती है जो भीड़ से अलहदा काम करते है। ठीक ऐसा ही कुछ घटित हो रहा है इन दिनों बिहार की सियासत में। सूबे के युवा स्वास्थ्य मंत्री सह महुआ से विधायक की पहचान अमूमन राजद सुप्रीमो और देश की सियासत के कद्दावर शख्शियत लालू यादव के बड़े पुत्र के रूप में रही है। लेकिन इस पहचान से इतर भी बतौर कृष्ण भक्त तेज़ प्रताप जाने जाते रहे है।
अक्सर अपनी सियासती कार्य से इतर इस युवा मंत्री की चर्चा उसके अन्य वजहों से होती है। कभी कृष्ण भक्ति में लीन इस युवक की फोटो वायरल कर दी जाती है तो कभी बासुरी की तान छेड़ते तस्वीरें चस्पा कर दी जाती है। विगत दिनों बसंत पंचमी के उत्सव के दौरान जलेबी छानने की तस्वीरों ने सुर्खिया बटोरी। लेकिन इन सब के बीच इस युवा तुर्क की एक जनसुलभ और जनकल्याण को समर्पित छवि की कही चर्चा नहीं होती।
चुकी तेजप्रताप का जीवन बिलकुल पारदर्शी है। बतौर एक आम आदमी और बतौर एक लोकप्रिय युवा मंत्री इनकी जीवनशैली में कोई विरोधाभास नहीं है। न कोई दोहरी जिंदगी का दिखावा न कोई लाग लपेट जो सच है वो बोल देना। इनके इसी मिज़ाज़ को इनके विरोधी प्रचारित कर इन को तोहमतों से लाद देते है। लेकिम तमाम विरोध और सियासी झंझावातों के बावजूद इस युवा ने आवाम के सुख दुख में शामिल होने के अपने ज़ज़्बे को नहीं छोड़ा है। वक्त की परवाह नहीं करना बस आवाम की खिदमत करना ही इनका उद्देश्य रहता है।विगत दिनों इनके विधानसभा में गैस सिलिंडर विस्फोट की घटना घटी। जानकारी मिलते ही मंत्री महोदय अपने विधान सभा क्षेत्र महुआ के आवाम के दुःख दर्द में शामिल होने को रात में ही पहुच गए। न कोई प्रोटोकॉल न कोई सुरक्षा का तामझाम सीधे आम लोगो से संवाद करने लगते है। न कोई मीडिया के कैमरों की चकाचौध न कोई फ़्लैश लाइट बस अपने आवाम को उसके दुःख से छुटकारा दिलाने की पुरजोर कोशिश। ऐसे ही एक वाकये का गवाह बना पटना Live ...
https://youtu.be/nw5MhR_Ss5M
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