8 मार्च 2017

बडी खबर - एम्स निदेशक को फंसाने के लिए आईजी गये थे निखिल के घर

# सीबीआई के एसपी पर एसआईटी को धमकाने का आरोप- अनिल

रविश कुमार मणि, विशेष संवाददाता

पटना Live डेस्क। पूर्व मंत्री की बेटी से दुष्कर्म का मामला अब दो आईपीएस के बीच का बन गया हैं । आरोपी निखिल के पिता का आरोप हैं कि एम्स के तत्कालीन निदेशक जीके सिंह को फंसाने के लिए आईजी अनिल किशोर यादव हमारे घर एवं हमारे दामाद ,सीबीआई एसपी पर दबाव दिये थे। वहीं आईजी अनिल किशोर यादव ने कहां की सीबीआई के एसपी राजीव रंजन ने जांच कर रहीं एसआईटी को धमकाया हैं । 
                         प्रिया (काल्पनिक ) दुष्कर्म मामले की जांच जैसे -जैसे बढ़ रहीं हैं ,नित नये मामले उजागर हो कर आ रहें हैं । जांच के क्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश पांडे की संगलिप्ता पायी गयीं और एसआईटी ने ब्रजेश पांडे को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया।ब्रजेश पांडे व्यवहार न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर कर चुके हैं । हालाँकि उन्होंने अपने बचाव में कहां हैं की इस मामले में कोई लेना देना नहीं हैं । 
                      इस मामले में एक और नया मामला जुड़ गया हैं।मुख्य आरोपी के पिता रिटायर्ड आईएएस कृष्ण बिहारी प्रसाद सिन्हा ने गृह विभाग के प्रधान सचिव एवं डीजीपी को लिखित आवेदन दिया हैं । जिसमें आरोप लगाया हैं की कमजोर वर्ग के आईजी अनिल किशोर यादव मेरे पुत्र निखिल के साथ कई बार मेरे घर आये थें। मेरे दामाद राजीव रंजन, पटना में सीबीआई के एसपी पद पर थे। उस समय आईजी अनिल किशोर यादव ,एम्स के तत्कालीन निदेशक जी के सिंह पर प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान हेतु दबाव दिये थे।परन्तु मेरे दामाद द्वारा कहा गया कि अनुसंधान सम्भव नहीं हैं ।क्योंकि इसमें कोई भी बिन्दू सीबीआई अनुसंधान का मामला नहीं बनता हैं।इसपर अनिल किशोर यादव नाराज हो गये थे।इसी का खामियाजा मेरे परिवार से निकाल रहें हैं एवं मूल्य तत्वों से हटकर पूर्वाग्रसित होकर अनुसंधान करा रहें हैं । वहीं निखिल के पिता का यह भी आरोप हैं की ढाई वर्ष पूर्व प्रियदर्शी मोटर से वाहन खरीदने के क्रम में छूट देने को कहां था तो निखिल प्रयदर्शी द्वारा किसी भी प्रकार के छूट से इंकार कर दिया गया था। वहीं आवेदन के माध्यम से यह गुहार लगाया गया हैं की इस मामले से आईजी अनिल किशोर को अलग किया जाएं ।
               इस संबंध में आईजी (कमजोर वर्ग) अनिल किशोर यादव ने आरोप को पुरी तरह से बेबुनियाद बतातें हुए कहां कि एम्स के निदेशक पर एफआईआर की बात  सीबीआई के एसपी राजीव रंजन के क्षेत्राधिकार से यह अलग की बात थीं । वर्ष 2014 में विकास आर्या जांच कमिटी ने पटना एम्स में धांधली पाया था।इस आधार पर रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी जानें की बात सामने आयीं थीं । जिसकी जांच लम्बित हैं । वहीं आईजी अनिल किशोर यादव ने बताया की प्रिया के साथ दुष्कर्म मामले की जांच कर रहीं एसआईटी को फरवरी माह में सीबीआई के एसपी राजीव रंजन ने धमकाया हैं । आगे बताएं कि आईपीएस वर्ग से आने के कारण कई बार एसपी राजीव रंजन से मिला हूं ,वहीं आईजी ने यह भी कहां की मैं निखिल प्रियदर्शी से भी मिला हूं । इसका मतलब यह नहीं होता की मैं किसी गलत का साथ दूं ।प्रिया दुष्कर्म मामले में कानून अपना काम कर रहीं हैं ।

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