20 जनवरी 2017

Exclusive -- दहशत फैलाने वाले गुरु-चेला का सच

वरीय संवाददाता अभिषेक मिश्र, रक्सौल से

पटना Live डेस्क। एक अक्टूबर 2016 को बिहार के पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन में रेल पटरी पर मिले बम के मामले की जांच कर रही पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के बाद नीत नए खुलासे हो रहे है। मोती पासवान से जब पूछताछ हुई तो ये सनसनीखेज खुलासा हुआ है। दरअसल दुबई में बैठे नेपाली कारोबारी शमसुल होदा ने ये साजिश रची थी।उसने नेपाल के कुख्यात अपराधी ब्रजकिशोर गिरी के जरिये पैसा भिजवाया। इसी पैसे से अपराधियों ने रेल पटरियों पर बम लगाया। पुलिस ने मोती पासवान से पूछताछ के आधार पर दिल्ली के आनंद बिहार इलाके से जियाउल, चाँद और जुबैद नामक 3 अपराधियों को दिल्ली स्पेशल की मदद से पकड़वाया जिनकी तस्वीर मोती ने पहचानी है। मोतिहारी से लेकर मुम्बई तक और कानपूर से लेकर इंदौर और दिल्ली तक को धमाकों से दहलाने की साज़िश में दो नाम जो सबसे ज्यादा चर्चित है वो है शमशुल होदा और ब्रजकिशोर गिरी तो आइये आपको पहली बार दिखाते ब्रजकिशोर गिरी की तस्वीर और उसके सच का एक एक पक्ष साथ ही आपको बताएँगे शमशुल होदा का सच ..
               नेपाल के बारा जिला से पकडे गए बाबा उफ बृज किशोर गिरी का इलाज नेपाल के ही चितवन मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में चल रहा है यहाँ बता दे की नेपाल पुलिस की गिरफ्तारी के समय इसे पुलिस की गोली लगी थी इसी के बयान से दोनों देश की पुलिस सकते में आ गई है इसी के  गिरफ्तारी के बाद ही कई लोगो को पकड़ा गया जिससे यह खुलाशा हुआ की इनका मंसूबा क्या था .इसी के ही काल डिटेल से पता लगा की बारा जिला के परशुरामपुर  गाव का रहने वाला समसुल होदा जो अभी दुबई में है वह ही ISI के लिए सीमाई इलाको के अपराधियों के सहयोग से बड़ी घटना को भारत में अंजाम देता है .समसुल होदा का बारा जिला के कई जगहों पर अपना घर और करोडों रूपये की जमीन है, उसी में से एक बारा जिला के कलैया के इसके घर में नेपाली FM [विश्वाश FM ]भी संचालित होता है .नेपाल में हुए  2013 के  आम चुनाव में यह एक राजनितिक पार्टी से चुनाव भी लड़ा था जिसमे इसे लगभग एक हजार वोट ही मिले थे उसी के बाद यह मलेसिया, कतार अब दुबई में रह रहा है .सूत्रों की माने तो नेपाल में रहते हुए यह भारतीय जाली नोट का भी काम करता था चुनाव के समय बाबा उफ बृज गिरी इसका प्रचारक था .सूत्रों की माने तो दुबई में रहते ही इसका सम्पर्क डी  कंपनी के लोगो से हुआ और उन्ही लोगो के इशारे पर सीमाई लोगो के सहयोग से यह भारत में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देता आ रहा है सीमाई इलाके के अपराधी इसे बॉस कह कर बुलाते है .यह लोगो को नेपाल से विदेश भी भेजने का काम करता है।
                इस सम्बन्ध में बारा जिला, नेपाल की पुलिस ने बताया की बृज किशोर सहित अन्य गिरफ्तरर तअपराधियों का काल डिटेल जाच की गई तो यह पता लगा की बॉस कह कर समसुल होदा से ये लोग बात करते थे अभी उससे हम मिले नहीं है तो कुछ विशेष नहीं बता सकते। साथ ही नेपाल पुलिस के जाच अधिकारी ने कहा की भारतीय लोगो की हत्या हुई थी जो कुछ संदिग्ध अपराध में शामिल थे उसी में पैसा का चल खेल हुआ है आतंक फेलाने वाला आदि पूरा जाच के बाद ही पूरा मामला पता चलेगा इसने काल डिटेल में जो समसुल होदा का नाम आया है जाच के बाद ही पता चलेगा ।
                         अधिकारी ने कहा की दोनों देश के अधिकारियो से मिल कर इस केश की जाच की जा रही है हम दोनों लोगो का यह है की किसी भी प्रकार से आतंकी घटना नहीं हो और इसे अपराधीयो का मंसूबा कभी भी कामयाब ना हो सके। जाच अधिकारी ने कहा की ये सभी साधारण परिवार के लोग है ये सभी पैसा की लालच में ये काम किए है छापेमारी के दौरान भी मैंने देखा और इनलोगों ने भी स्वीकार किया है की ये सभी पैसा की लालच में ऐसा काम किए है।

बाईट- अरुण कुमार कुशवाहा, जाँच अधिकारी, नेपाल पुलिस , बारा जिला.

 

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