20 जनवरी 2017

कानपुर रेल हादसे में हुआ सनसनीखेज खुलासा, आईईडी से उड़ाया गया था रेलवे ट्रैक

पटना Live डेस्क। घाेड़ासहन आइइडी के मामले में खुलासे के बाद आदापुर पुलिस ने आइएसआइ के लिए काम करनेवाले तीन संदिग्धों को छह दिनों के लिए रिमांड पर लिया है। इधर,कानपुर में इंदौर-पटना ट्रेन हादसा और समेत अन्य मामलों में पूछताछ के लिए आधा दर्जन जांच एजेंसियां मोतिहारी पहुची। इनमें यूपी एटीएस, यूपी रेल पुलिस, पटना एटीएस, आइबी व अन्य सुरक्षा एजेंसियां शामिल हैं। गिरफ्तार रक्सौल निवासी उमाशंकर पटेल और आदापुर मुकेश कुमार व मोती पासवान को आदापुर थाना कांड संख्या-7/17 में रिमांड पर लिए गए है।
                     उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आईजी एटीएस व आईजी रेलवे को मोतीहारी भेजा गया। यूपी एटीएस टीम ने मोतीहारी में गिरफ्तार अभियुक्तों से लगतार दो दिनों तक यानी 18 और 19 जनवरी को  पूछताछ की। अभियुक्त मोती लाल पासवान द्वारा बताया गया कि उसने 7 अन्य लोगों के साथ मिलकर 2 बार कानपुर के पास रेल पटरी को नुकसान पहुंचाया गया। इसके लिए 10 लीटर के प्रेशर कुकर  में विस्फोटक भर कर आईडी तैयार किया गया था।
                      उसके बयान से प्राप्त जानकारी को वेरीफाई किया जा रहा है। इसके लिए पुखराया और रूरा में पुनः फोरेंसिक परीक्षण द्वारा पता किया जाएगा कि क्या वहाँ विस्फोटक के प्रयोग के कोई प्रमाण हैं।
            मोती पासवान के अनुसार इसका मास्टरमाइंड ब्रजकिशोर गिरी है। गिरी ने स्वयं 7 लोगों की टीम को लीड कर रहा था। वर्तमान में गिरी नेपाल पुलिस द्वारा हत्या के आरोप में गिरफ्तार करने के दौरान भागने लगा तो पुलिस दल से उसे पैर में गोली मार कर गिरफ्तार किया। पहले घायल गिरी का इलाज भरतपुर में नेपाल पुलिस द्वारा कराया गया। पर वर्त्तमान गिरी को काठमांडू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी संलिप्तता के बारे में जानकारी करने का प्रयास किया जा रहा है।
                  इनके अतिरिक्त 6 अन्य लोग (जिनमे से केवल 2 को मोती जानता है- राकेश यादव और गजेंद्र शर्मा) को चिह्नित करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उनसे पूछताछ की जा सके।
                     वही अब तक गिरफ्तार मोती पासवान समेत अन्य दोनों से लगभग 4 घंटे चली पूछताछ में इलाहाबाद के रेल आईजी एल बी एंटोनी देव कुमार, लखनऊ एटीएस के आईजी असीम अरुण, झांसी के रेल एसपी सतेंद्र कुमार और गोरखपुर के रेल एसपी अनिरुद्ध पंकज  पूर्वी चंपारण पहुंचकर पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।साथ हो इस दौरान यूपी एटीएस के पुलिस उपधीक्षक मनीष सोनकर भी शामिल थे।
                         वही यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि “मोतीहारी में गिरफ्तार मोतीलाल पासवान से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान जो जानकारी प्राप्त हुई है उस जानकारी को फोरेंसिक परीक्षण, रेल विभाग के परीक्षण, फोन विश्लेषण, अन्य लोगों के बयानों से वेरीफाई कराया जा रहा है। प्राप्त सबूतों के आधार पर आगे कार्यवाही की जाएगी।“

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