पटना Live डेस्क। सोमवार को अचानक एक तेंदुआ दिखाई देने से पूर्णिया के गुलाबबाग में अफरातफरी और भगदड़ मच गई। इस पूरी भागमभाग में करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों को चोटें आई हैं। यह तेंदुआ दो मकान के बीच एक पतली गली में पुरे दिन फसा हुआ था। बकौल पूर्णिया एसपी निशांत तिवारी के नेपाल के जंगलों से भाग कर भटकते हुए यहां तक आ गया है।
मिली जानकारी के अनुसार गुलाबबाग के महामाया ट्रेडर्स एवं पेट्रोल पंप के बीच कुछ लोगों ने तेंदुए को उस गली में देखा। पहले तो सहज रुप से विश्वास नहीं हुआ पर उसे देखने के लिए लोग समीप जाने लगे तो तेन्दुए ने तेज गर्जना की। उसकी गर्जना सुन कर सब भागने लगे। इस भागमभाग में कई लोगों को चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। पूर्णिया के एसपी निशांत कुमार तिवारी, एसडीएम रविन्द्र नाथ प्रसाद सिंह समेत कई अधिकारी गुलाबबाग पहुंच गए। साथ ही तेंदुए को सुरक्षित ढंग से काबू में करने के लिए प्रयास करने की क़वायद शुरू करवाई।गुलाबबाग में बाघ को देखने के लिए मेले की तरह भीड जुटी गई। एक ओर तेंदुए को सकुशल पकड़ने की कवायद जारी थी वही भीड़ को सँभालने की जद्दोजहद से पूर्णिया पुलिस जूझ रही थी। वही गली में दुबका तेंदुआ रह रह कर अपनी गुर्राहट से मौजूदगी का ऐलान कर रह था।
खैर समय बीतता गया और लोगों की भीड़ हटने के बाद शुरू हुई उस तेंदुए को निकालने की प्रक्रिया। तब तक 11 बज चुके थे और पूर्णिया वन विभाग,अररिया वन विभाग एवं भागलपुर के वन विभाग के पदाधिकारी पहुंच गये फिर शुरू हुआ तेंदुए को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन। लेकिन पतली सी गली और तेंदुए को बिना नुकसान पहुचाये निकलने की कवायद चलती रही। शाम 5 बजे पटना से वन विभाग एवं जैविक उद्यान के अधिकारी भी पूर्णिया पहुंच कर तेंदुए को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हो गए और अखिरकार बड़ी मशक्कत के बाद उसे रात में तक़रीबन साढ़े आठ बजे पकड़ लिया गया। इस तरह पुरे दिन चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन का सही सलामत दी एन्ड हुआ।
24 जनवरी 2017
पूर्णिया शहर में पहुचा तेंदुआ कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ में आया
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