9 अप्रैल 2017

Exclusive -निखिल प्रियेदर्शी साधु यादव और शिल्पी गौतम हत्याकांड

पटना Live डेस्क। सूबे में वर्त्तमान दौर के सबसे चर्चित सेक्स स्कैंडल यानी पूर्व कांग्रेसी मंत्री की नाबालिग बेटी का यौन शोषण करने के मामले में अपराध अनुसंधान विभाग विकर सेक्शन के पुलिस महानिरीक्षक अनिल किशोरी यादव ने आरोपी निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है।
                       अपने अनुसांधन मे मामले से जुड़े तमाम सुबूत और बयानात के आधार पर सभी तथ्यों को रेखांकित किया गया है। साथ ही गिरफ्तारी के बाद निखिल ने रिमांड पर पूछताछ के दौरान कई बड़े लोगों के नाम उगले थे, जिन्हें उसने मदद की थी। उनके बारे में जो कुछ भी उसने कहा था, रिपोर्ट में उसका वैसे ही जिक्र किया गया है। सनद रहे कि आईजी कमजोर वर्ग की जाँच रिपोर्ट में खुलासा किया किया गया है कि निखिल प्रियेदर्शी न केवल 17 साल तक साधु यादव जो  उस दौर में राजद सरकार के पावर सेंटर थे कि शागिर्दी में कुलांचे भरा करता था। न केवल कुलांचे भरता बल्कि मतवाले सांढ़ की तरह शहर को रौंदता रहता था। इसी दौरान 3 जुलाई 1999 को गान्धी मैदान थाना क्षेत्र के 12 नंबर विधायक क्वार्टर के गैरजे से उजले मारुति जेन से गौतम और शिल्पी की लाश मिली थी। शुरुआती तफ़्तीश में शिल्पी के कपड़ों से किसी और का वीर्य भी मिलने की पुष्टि की गई थी तात्कालिक एसपी द्वारा पर वक्त का रवानी में पावर पॉलिटिक्स पहुच और पैसा की सयुक्त ताकत ने 2003 में सीबीआई ने केस को स्यूसाइड कह टांक दिया फ़ाइल बंद हो गई और तात्कालिक सत्ता का सबसे उदंड और अराजक साधु यादव के शरीर से एक बूंद खून न लिया जा सका। इन्ही सब काण्डों का हश्र देख एक "लड़की " को उपभोग की वस्तु समझ बैठा है निखिल प्रियेदर्शी।
                          विकर सेक्शन के आइजी द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में उल्लेख है कि निखिल ने पूर्व में भी कई युवतियों को शादी का झांसा देकर उनका यौन शोषण किया। साथ ही अपनी पहुच और सियासी पैठ की बदौलत निखिल की ज्यातियों की वजह से उनमें से कई युवतियों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया। साथ ही पूर्व में शहर के चर्चित कुछ मामलों का भी उल्लेख किया गया है।

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